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पुस्तक समीक्षा – गुनाहों का देवता
धर्मवीर भारती का उपन्यास गुनाहों का देवता हिंदी साहित्य में प्रेम, त्याग, आत्मसंघर्ष और समाज की रूढ़ियों पर आधारित एक अद्वितीय रचना है। यह उपन्यास केवल दो व्यक्तियों की प्रेम कहानी नहीं, बल्कि उस समय के समाज की मानसिकता, परिवार की भूमिका, स्त्री की स्थिति, और व्यक्तिगत आकांक्षाओं के बीच जूझते मनुष्य की पीड़ा का सजीव चित्रण…